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समाचार - जिला जनसम्पर्क कार्यालय, छतरपुर म.प्र. 31/12/2020

मृतक कृषक के परिजनों को दी आर्थिक सहायता मृतक के पास कोई कृषि भूमि नहीं  छतरपुर, 31 दिसम्बर 2020 कलेक्टर छतरपुर शीलेन्द्र सिंह ने बताया कि ग्राम मातगुवां के मृतक मुनेन्द्र राजपूत के परिजनों को 25 हजार रूपए की आर्थिक सहायता दी गई है। मृतक की मां श्रीमती हरबाई के नाम 5 एचपी विद्युत कनेक्शन स्वीकृत है जिस पर 88 हजार 508 रूपए का भुगतान 3 वर्षों से लंबित है। बकाया राशि वसूली के लिए अक्टूबर एवं नवम्बर माह में नोटिस जारी किए गए तथा दिसम्बर में आर.आर.सी. जारी की गई। मृतक मुनेन्द्र राजपूत के नाम स कोई जमीन नहीं है। इनके पिता धनश्याम के नाम 2 हेक्टेयर जमीन है। मृतक मुनेन्द्र और इनके भाई लोकेन्द्र राजपूत की पत्नियों के नाम संयुक्त रूप से 0.027 हेक्टेयर भूमि है, किन्तु इन्हें पीएम किसान का लाभ नहीं मिल रहा है। मृतक मुनेन्द्र का नाम पीएम आवास सूची में नाम था परंतु इनका पक्का आवास होने के कारण अपात्र होने से उन्हंे लाभ नहीं मिला। मृतक के पिता धनश्याम द्वारा अक्टूबर 2020 में सेवा सहकारी समिति मातगुवां से खाद के लिए 14 हजार 200 रूपए का ऋण सहकारी समिति से लिया गया। मृतक मुनेन्द्र राज

लेख - " 7 "S " करे जीवन को सार्थक

 लेख " 7 "S " करे जीवन को सार्थक। लेखिका निवेदिता मुकुल सक्सेना झाबुआ मेने एक चाइल्ड ऐक्टिविस्ट के रुप मे कार्य करते हुये ये मेहसूस किया की बढता डिजिटलीकरण व बढते भोतिक संसाधन पारिवरिक रिश्तो की  भावनाओं की ड़ोर की पकड को कमजोर कर रहे क्युकी माता पिता दोनो व्यस्त रहते हैं जिससे वह अपने बच्चो को वह समय नही दे पा रहे जिनकी उन्हे बेह्द आवश्यक्ता हैं खासकर विद्यार्थी वर्ग आज कयी जगह इन्ही कारणो से भटक कर एडिक्शन की गिरफ्त मे आता जा रहा। ओर एक् गुमराह सी अन्धकार गली मे बढ रहा जीसे रोकना , हमारी पीढी को बचाने के लिये एक बढा सम्वेदनशील मुद्दा बनता जा रहा है। 2019 फरवरी तक एक हल्की सी हवा चली जिसने बताया जीवन की धारा एक अलग रुख लेने वाली हैं। मार्च मे उस हवा ने तुफान का रुप लेकर सबकी जीन्दगी के खिडकी दरवाजे बंद कर दिए। उन दरवाजों की सन से भी कैसे कहा से वह विषाणु ( वायरस) अन्दर दस्तक दे गया यह यक्ष प्रश्न है। कई घरो मे सुना पन छा गया कई जिंदगिया अस्त व्यस्त हो गयी आर्थिक,समाजिक राजनैतिक या कार्यक्षेत्र सभी परिप्रेक्ष्य बदल गये।         बहरहाल एक असमंजस सा वातावरण सब जगह बन गया। त

" हाईड्रौपोनिक्स" - शहरो मे दे सकता हरी भरी वादियां

 " हाईड्रौपोनिक्स" -  शहरो मे दे सकता हरी भरी वादियां लेखिका ✍ निवेदिता मुकुल सक्सेना झाबुआ प्राचीन समय मे हर  घर मे बगीचा , उद्यान या किचन गार्डन हुआ करता था । लेकिन बढते भौतिकवाद ने लोगो मे बागवानी  के प्रति रुचि कम ही की है बल्कि बढते भौतिक संसाधन ने लोगो को कही न कही आलसी भी बनाया या कहे प्रकृति के प्रति रचनात्मकता मे कमी आती गयी ऐसे मे लोगो के पास पर्याप्त जगह होने के बावजूद भी अपने बाढ़ों(घर आंगन की खुली जगह) को ओटलो मे बदल खाली छोढ़ दिया । जब हम प्रकृति की शरण मे जाते हैं तब प्रकृति हमारे आस पास की कई नकरात्मकता को हर लेती है व सुरक्षात्मक आवरण का निर्माण करती हैं। ओर हो भी क्यु ना, हरी भरी वादिया अपने आप मे ही सकुन प्रदान करती हैं , बस जरुरत है प्रकृति के लिये हमारे नजरिये की की हम उसके प्रति कितना समर्पित हैं।  कई बार ऐसे लोग जो शहर से छोटे शहर,अंचल,या गांव मे आते है। तो कहते है यहा आते ही शुद्ध वायू प्राप्त होती हैं जबकी शहर के  बहू मंजिला डिब्बाई मकानो मे घुटन सी लगती हैं।  सच भी है जब चारो ओर दिवारो मे बंद जीवन चाहे एयरकंडीशनर की हवा या ठण्डक ही क्यु ना हो ।  ओर वही

लेख : संविधान और उसके स्तंभ - लेखिका दिप्ती डांगे मुंबई महाराष्ट्र

 लेख  संविधान और उसके स्तंभ लेखिका दिप्ती डांगे मुंबई महाराष्ट्र           भारत को 15 अगस्त, 1947 को अंग्रेजों से आजादी तो मिल गयी परंतु जब तक देश को चलाने के दिशा र्देश और नियम कानून न हो तब तक वो आजादी आधी होती है।जो बिना संविधान के संभव नही थी। जिस प्रकार से घर को चलाने के लिए घर के बड़े सदस्यों के द्वारा कुछ कायदे कानून बनाए जाते हैं उसी प्रकार से देश को चलाने के लिए संविधान की आवश्यकता होती है। 1. संविधान बुनियादी नियमों का एक समूह होता है जिससे समाज समन्वय और विश्वास बना रहे । 2. संविधान,यह स्पष्ट करता है कि समाज में निर्णय लेने की शक्ति किसके पास होगी ।समाज का सर्वेसर्वा कौन होगा? उसके लिए सरकार कैसे बनेगी? 3. संविधान ये निश्चय करता है कि, समाज और उनके नागरिक के क्या अधिकार और दायित्व है और उल्लंघन पर क्या सजा के प्रावधान होंगे? उसका निर्णय कौन लेगा और उनको मनोनीत की क्या प्रक्रिया होगी? 4. संविधान, सरकार को ऐसी क्षमता प्रदान करे जिससे वह जनता की आकांक्षाओं को पूरा कर सके और एक न्यायपूर्ण समाज की स्थापना के लिए उचित परिस्थितियों का निर्माण कर सके । भारत का संविधान बनाने के लिए 7

भौर भई लेखिका- निवेदिता मुकुल सक्सेना

बचपन मे याद की कविता  "उठो लाल अब आंखे खोलो ,पानी लाई मुह धौ लो" ऐसा सुन्दर समय ना खो मेरे प्यारे अब मत सोवो  समझे तो सिर्फ जगाने की कविता ओर गहराई से जाने तो भुत से  भविष्य को अवगत करता व वर्तमान मे कर्मो की और जागरुक करती पंक्तियाँ। दिन भर  कार्यक्षेत्र मे रहने के कारण अलसुबह से घरेलू काम काज शुरु हो जाते है ऐसे मे बच्चो को उठाना सम्भव नही हो पाता सब अपने अनुसार आलर्म लगाकर या आराम से उठते लेकिन जब भी मोका मिलता अपने बेटे को इन्ही पंक्तियो को सुनाते हुये अवश्य उठाना अच्छा लगता हैं।          हर पल निकलता जा रहा जो लौट कर नही आयेगा निश्चित ही हम आगे की अधिकता से सोचते है चिंतन करते है ओर सम्भवत: भूत को लेकर पूर्वाग्रह से पीडीत भी रहते हैं, ओर ये ही बाते हमारे संघर्षों की सीढ़ी के कई पायदान बढा देती है। क्योंकि हम बार बार उन्ही दर्द भरी बातो को याद कर वर्तमान कार्यो को करते रहते है जो मानी बात हैं कि दर्द की बाते कार्य की क्षमता को घटा देती हैं बिलकुल वेसे ही जैसे -"एक ग्रहणी दुखी मन से गुस्से मे परिवार के सदस्यो के लिये खाना बनायेगी तो उस खाने के कण कण मे वही भाव उत्पन्न

बुंदेलखण्ड परिवार के व्यवसायिक भवन पर चल सकता है बुल्डोजर, नपा ने नोटिस किया जारी, निर्माण कार्य पर लगाई रोक

 !! बुंदेलखण्ड परिवार के व्यवसायिक भवन पर चल सकता है बुल्डोजर, नपा ने नोटिस किया जारी, निर्माण कार्य पर लगाई रोक !! ब्रेकिंग न्यूज़ छतरपुर / सटई रोड पर हो रहे व्यवसायिक भवन के निर्माण पर प्रशासन का शिकंजा, कलेक्टर बंगले के आगे महीनों से चल रहा था होटल और दुकानों का निर्माण, निर्माण स्वीकृति की शर्तों के उल्लंघन पर नपा ने जारी किया नोटिस, काम रोकने के निर्देश, प्रशासनिक टीम ने जांच में पाई घोर लापरवाहियां, बुंदेलखण्ड परिवार के शंटू उर्फ पंकज अग्रवाल की मां उर्मिला अग्रवाल के नाम पर है जमीन, निर्माण नियमों के उल्लंघन पर दर्ज हो सकता है मामला, निर्माण में की गई लापरवाही, भवन पर चला सकता है बुल्डोजर, माफिया के खिलाफ शिवराज सिंह के निर्देश पर कलेक्टर शीलेंद्र सिंह का अभियान जारी|

रजिस्ट्री से ज्यादा जगह पर बनाई रूसिया बिल्डिंग को जारी हो सकता है नोटिस

 रजिस्ट्री से ज्यादा जगह पर बनाई बिल्डिंग  रूसिया बिल्डिंग को जारी हो सकता है नोटिस   नगर पालिका सीएमओ ने कहा चिन्हित कर करेंगे नोटिस जारी ब्रेकिंग न्यूज़ छतरपुर / हाईवे पर बनी रूसिया बिल्डिंग उड़ा रही नियम कानून की धज्जियां, नगर पालिका सीएमओ ओमपाल सिंह भदोरिया ने कहा चिन्हित कर होगा नोटिस जारी,  रजिस्ट्री से ज्यादा भूमि पर बनाई बिल्डिंग, निर्माण स्वीकृति नगर एवं ग्राम निवेश से स्वीकृत नक्शे के साथ रूसिया बिल्डिंग मालिक ने की छेड़छाड़, बिल्डिंग के नीचे वाले फ्लोर में पार्किंग की जगह बना डाले बैंक के लॉकर नाले के ऊपर रख लिए जनरेटर, पार्किंग ना होने के कारण रूसिया बिल्डिंग के सामने रोज होते हैं सेकड़ो वाहन खड़े, नोटिस जारी होने के बाद रूसिया बिल्डिंग पर चल सकता है बुलडोजर, नगर पालिका द्वारा शहर के दो बिल्डिंग मालको को जारी किए गए नोटिस, रूसिया बिल्डिंग मालिक पर ना जाने क्यों मेहरबान है नगर पालिका अभी तक नहीं दिया नोटिस... 

रिकांडो विल्डिंग पर प्रशासन का शिकंजा, अवैध निर्माण को लेकर दर्ज हो सकती है एफआईआर

रिकांडो विल्डिंग पर प्रशासन का शिकंजा, अवैध निर्माण को लेकर दर्ज हो सकती है एफआईआर तेजतर्रार सीएमओ ओमपाल सिंह भदोरिया को सूचना लगते ही मौके पर भेजी टीम, टीम ने मौके पर पहुंचकर तत्काल रुकवाया निर्माण कार्य।  छतरपुर/ नगर पालिका द्वारा नोटिस जारी  करने के बाद भी रिकण्डो बिल्डिंग का किया जा रहा था निर्माण,  तेजतर्रार सीएमओ ओमपाल सिंह भदोरिया को सूचना लगते ही मौके पर भेजी टीम, टीम ने मौके पर पहुंचकर तत्काल रुकवाया निर्माण कार्य।  व्यवसायिक इमारात के निर्माण पर लगी रोक, कांग्रेस कार्यालय के सामने चल रहा निर्माण कार्य, निर्माण की शर्तो में घोर उल्लंघन के आरोप, संजय अग्रवाल एवं उनकी मां कृष्णा देवी के नाम पर है भवन निर्माण, नपा की जांच टीम ने लगाई रोक, जारी किया नोटिस, निर्माण रोककर मामला दर्ज किये जाने का नोटिस, बिना आवश्यक मंजूरियों के चल रहा था निर्माण कार्य, चार मंजिला इमारत के निर्माण में घोर लापरवाहियां, प्रशासन के निर्देश पर चल सकता है बुल्डोजर, माफिया के खिलाफ शिवराज सिंह के निर्देश पर कलेक्टर शीलेंद्र सिंह का अभियान जारी|

नरोत्तम मिश्रा ने श्री भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग के दर्शन कर आशीर्वाद प्राप्त किया

 गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने आज  महाराष्ट्र के पुणे स्थित श्री भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग के दर्शन कर आशीर्वाद प्राप्त किया। उन्होंने पूजन-अर्चन कर प्रदेश की सुख-समृद्धि की कामना की।

छतरपुर में रहने वाले लव जिहादी अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे

छतरपुर में रहने वाले लव जिहादी अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं, भोली भाली मासूम हिंदू लड़कियों को यह लोग शिकार बनाते हैं फिर उनकी फोटो वीडियो वायरल करके, पैर की जूती बनाकर उनका उपयोग करते हैं, इस सूअर को कल हनुमान टोरिया पर रंगे हाथ पकड़ कर विहप मातृशक्ति द्वारा अच्छे से पूजा की गई है... लड़के का नाम का #शाकिब_परवेज पिता सुलेमान है। लड़की हिंदू परिवार की है । कल हनुमान टोरिया पर यह अपने एक और साथी मुजाहिद और हिंदू लड़कियों के साथ पकड़ा गया। लड़की उनके परिवारजन को दे दी गयी है। लड़के के मोबाइल में कई लड़कियों के साथ तस्वीरें देखी गई। जिहादियों मर्यादाएं मत लांघो साफ सन्देश है । हम सब भी अपने आसपास और अपने से जुड़े परिवारों पर नजर रखें| विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल ने पुलिस अधीक्षक को सौंपा विश्व हिंदू परिषद के जिला मंत्री धीरज सेठ ने जानकारी देते हुए बताया की आज दिनांक 28 12 20 को छतरपुर नगर में स्थित धार्मिक स्थलों पर लगातार हो रही अमर्यादित गतिविधियों को रोकने के लिए पुलिस अधीक्षक छतरपुर को ज्ञापन के माध्यम से सूचित किया गया जिसमें 26 12 20 को शाम 4:00 बजे हनुमान टौरिया मंदिर पर जिहादी

बुंदेलखंड के छतरपुर जिले में कर्ज से परेशान एक अन्नदाता किसान ने फिर लगाया मौत को गले

 बिजली विभाग का बिल न चुका पाने के कारण बिजली विभाग ने बाइक और चक्की को जप्त कर कुर्की का थमाया था किसान को नोटिस  अन्नदाता किसानों हितो की बड़ी बड़ी बातें करने वाली सरकार और जिला प्रशासन की खुली पोल अन्नदाता किसान ने सुसाइड नोट में लिखा मरने के बाद उसके शरीर को शासन को कर दे सुपुर्द जिससे शासन उसका शरीर का एक-एक अंग बेच कर चुका ले अपना कर्जा   छतरपुर | 31-12-2020| वाह रे सरकार, वाह रे जिला प्रशासन, प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान चीख चीख कर यब कहते हैं कि भाजपा सरकार किसान हितेषी सरकार है, अन्नदाता किसानों के कर्ज माफ होंगे, कोईभी किसान भूखा नहीं सोएगा, लेकिन बुंदेलखंड के छतरपुर जिले में अन्नदाता किसान कर्ज के तले दबकर आत्महत्या करने को मजबूर हैं, भाजपा सरकार भले ही किसानों के हितों के लाख दावे कर रही हो लेकिन अन्नदाता किसानों का हाल इतना बुरा है कि वह आत्महत्या करने को मजबूर है, भाजपा सरकार और जिला प्रशासन के दावों की उस समय पोल खुल गई जब मातगंवा निवासी एक अन्नदाता किसान मुनेंद्र राजपूत ने बिजली विभाग के कर्मचारियों की प्रताड़िना और कुर्की के आदेश से तंग आकर आत्महत्या कर ली, विगत दि

सरकार- किसानों के बीच कई घंटो से चल रही बातचीत समाप्त

 सरकार- किसानों के बीच कई घंटो से चल रही बातचीत समाप्त हुई। किसानों और सरकार के बीच एक बार फिर 4 जनवरी को बैठक होगी। किसान नेताओं ने चार विषय चर्चा के लिए रखे, जिसमें दो विषयों पर यूनियनों व सरकार के बीच समझौता हो गया। कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और किसान युनियनों व सरकार की बैठक हुई जिसमें विस्तार से खुले दिल से वार्ता हुई। जबकि तीसरे कानून पर किसान और सरकार के बीच चर्चा हुई। पराली जलाने को किसानों पर सख्त कानूनी सजा पर सरकार व किसानों के बीच रजामंदी हुई। दूसरा बिजली बिल, जो अभी नहीं आया है, पर फैसला हुआ कि राज्यों की सरकारों द्वारा दी जा रही सब्सिडी पर भी चर्चा हुई और रजामंदी हुई है। एमएसपी मामले पर सरकार ने हमेशाा कहा कि यह पहले से ही जारी है और सरकार यह  लिखित देने को तैयार है। अभी एमएसपी और नए कानून पर अभी चर्चा जारी है जो अगामी चार जनवरी को बैठक में फिर होगी। मैंने किसानों से मानवीय पहलू पर अनुरोध किया हे कि कड़ाके की ठंड में आंदोलनकारी किसानों, बच्चों, बुढ़़े जो भी बैठे है उन्हें घर जाने के लिए यूनियन कहे।

पंजाब में बदला विरोध का तरीका, हजारों टावर क्षतिग्रस्त, कई जगह इंटरनेट ठप, अब बड़ी कार्रवाई की तैयारी

कृषि कानूनों के विरोध में पंजाब समेत कई राज्यों के किसान करीब एक माह से दिल्ली की सीमाओं पर डेरा डाले हैं। सरकार से सातवें दौर की बातचीत प्रस्तावित है। बातचीत के नतीजे पर ही आंदोलन का भविष्य टिका है। छह दौर की बैठक बेनतीजा होने के बावजूद राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में किसान शांतिपूर्ण आंदोलनरत हैं। बता दें कि बुजुर्ग किसानों ने आंदोनल को शांतिपूर्ण बनाए रखने की अपील की थी। इसी का असर है कि इतना बड़ा किसान आंदोलन ‘गांधीगीरी’ पर चल रहा है। लेकिन दूसरी तरफ पंजाब में विरोध का तरीका बदल रहा है। कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों का गुस्सा पंजाब में जियो के मोबाइल टावरों पर उतरने लगा है। पंजाब के लगभग हर जिले में जियो के मोबाइल टावरों को निशाना बनाया जा रहा है। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह लोगों से मोबाइल सेवा को नुकसान न पहुंचाने की अपील कर चुके हैं। लेकिन उनकी यह अपील भी बेअसर रही। अब मुख्यमंत्री ने पुलिस को मोबाइल टावरों को क्षतिग्रस्त करने वालों के खिलाफ कार्रवाई के आदेश दिए हैं। पंजाब में जियो के 9000 मोबाइल टावर हैं। एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि बीते कुछ दिनों में प्रदेश में 1561